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जून, 2016 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

world health organisation विश्व स्वास्थ संगठन

परिचय::- विश्व स्वास्थ संगठन  (world health organisation)  या  W.H.O  संयुक्त राष्ट्र संघ  (U.N.O.)  का आनुषंगिक अभिकरण हैं. स्थापना --- 7 अप्रेल 1948 मुख्यालय---  जेनेवा (स्विट्जरलेंड़) सदस्य देश--  194 क्षेत्रीय कार्यालय::- विश्व के विभिन्न भागों में स्थित छ: क्षेत्रीय कार्यालय हैं,इनमें शामिल हैं:::- 1.दक्षिण-पूर्व एशिया ---- नई दिल्ली (भारत) 2.पूर्वी भू-मध्यसागर ---- अलेक्सजेन्ड्रिया (मिश्र) 3.पश्चिमी प्रशांत      ----  मनीला (फिलीपींस) 4.अमेरिका            ----   वाशिगंट़न डी.सी. 5.अफ्रीका             ----   ब्रेंजाविलें (कांगों) 6.यूरोप                 ----   कोपनहेगन (डेनमार्क) संरचना:::- 1.विश्व स्वास्थ महासभा. 2.कार्यकारी बोर्ड़. 3.क्षेत्रीय समितीयाँ. 4. सचिवालय. उद्देशय:::- विश्व के समस्त राष्ट्रों में निवासरत व्यक्तियों की बिना किसी जाति,प्रजाति, धार्मिक भेदभाव,राजनितिक भेदभाव ,तथा सामाजिक, आर्थिक,भेदभाव के बिना स्वास्थ दशा को उन्नतशील बनाना. कार्य:::- संगठन अन्तरिम स्वास्थ कार्यों से संबधित समन्वयकारी प्राधिकरण

सूक्ष्म, लघु और मध्यम उघोग MSME

क्या हैं MSME  सूक्ष्म लघु और मध्यम उघोग अधिनियम  2006,   के अनुसार सूक्ष्म, लघु,और मध्यम उघोग की तीन श्रेणी बनाई गई हैं,जिनमें मुख्यत दो श्रेणी बनाई गई हैं 1.,सेवा 2 . विनिर्माण . सूक्ष्म उघोग 25 लाख रूपये के निवेश वाले उघोग को सूक्ष्म उघोग के रूप में मान्यता प्रदान की गई है.   लघु उघोग  25 लाख से 5 करोड़ रूपये वाले उघोग को लघु उघोग के रूप में अधिनियमित किया गया हैं. मध्यम उघोग  5 करोड़ से 10 करोड़ रूपयों तक निवेश वाले उघोग मध्यम उघोग के रूप में पहचानें जातें हैं. सेवा क्षेत्र के उघोगों में रूपये 10 लाख तक सूक्ष्म, 10 लाख से 2 करोड़ तक लघु,तथा 2करोड़ से 5 करोड़ तक निवेश वाले उघोग मध्यम उघोग कहलातें हैं. भारत की अर्थव्यवस्था की तेजी का प्रमुख आधार और मंदी के दौर में भी अर्थव्यवस्था  को संभालने वाला प्रमुख आधार MSME ही हैं देश के कुल निर्यात का 45 प्रतिशत इसी उघोग से आता हैं.साथ ही लगभग 7 करोड़ कार्यबल को रोजगार प्रदान करता हैं. समस्या  ::::  वित्तीय समस्या इस क्षेत्र की बड़ी समस्या हैं,startup को loan देनें में बैंक संकोच करते फलस्वरूप नवउधमी परेशान

ब्रेग्जिट

पिछलें दिनों ब्रिट़ेन में हुआ जनमत संग्रह सम्पूर्ण विश्व में चर्चा का विषय बना हुआ हैं,आखिर क्यों हुआ ये जनमत संग्रह ,क्या हैं ब्रेग्जिट,और इसके भारत और यूरोपियन यूनियन पर क्या प्रभाव हो सकतें हैं आईये जाननें की कोशिश करतें हैं. ब्रेग्जिट क्या हैं  ब्रिटेन (Britain) में यूरोपियन यूनियन में बनें रहनें या संघ से बाहर निकलने को लेकर जनमत संग्रह से ब्रिटेनवासियों की राय जानी जिसमें दो कालम थे ब्रेग्जिट अर्थात ब्रिटेन यूरोपियन यूनियन से बाहर निकल जायें.तथा ब्रिमेन अर्थात ब्रिटेन यूरोपियन यूनियन का सदस्य बना रहे.चूँकि परिणाम ब्रेग्जिट के पक्ष में रहा अत:शब्द चर्चा का विषय बन गया.